Dhyan Kaise Kare | ध्यान करने का सबसे आसान तरीका | How To Meditate
साधकों! ध्यान वह अनमोल रत्न हैं जो भारत ने जगत को दिया हैं, ध्यान का महत्व वेदों, पुराणों और अन्य प्राचीन ग्रंथों में बताया गया हैं, साथ ही आधुनिक विज्ञान भी ध्यान को मानव जीवन
भक्ति योग
आत्मा रामा आनंद रमना | भजन के बोल | हिंदी अर्थ
आत्मा रामा आनंद रमना भजन के बोल आत्मा रामा आनंद रमना, आत्मा रामा आनंद रमना | अच्युत केशव हरि नारायण, अच्युत केशव हरि नारायण ||१|| भवभय हरणा वंदित चरणा, भवभय हरणा वंदित चरणा | रघुकुलभूषण राजीवलोचन रघुकुलभूषण राजीवलोचन ||२|| आत्मा रामा आनंद रमना, आत्मा रामा
राधाकृष्ण मधुर प्रेम मंत्र || अर्थ और अदभुत लाभ – Radha Krishna Mantra Lyrics
मंत्र के बोल || केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता, रूद्र रूपा रूद्र मूतिर्: रूद्राणी रूद्र देवता || || Keshavi Keshavaraadhyā Kishori Keshavastutā Rudra Roopā Rudra Murthihi Rudraani Rudra Devatā || मंत्र का अर्थ और तात्पर्य मंत्र का एक कहां जाता हैं: “मैं राधा के चंचल प्रेमी
भगवान् श्रीकृष्ण का हृदय में ध्यान कैसे होता हैं।
भगवान् श्रीकृष्ण का ध्यान करना दिव्य आनंद हैं । यह भक्त और भगवान् के दिव्य प्रेम संबध को दर्शाता हैं । अगर आप प्रभु को अपने हृदय में विराजमान कर ध्यान में लीन होते है, तो शीघ्र आध्यात्मिक उन्नति और ध्यान में सिद्धि समाधि
आध्यात्मिक
50+ Quotes Of Spirituality in Hindi | आध्यात्मिक अनमोल वचन
साधकों ! आध्यात्मिकता के बिना जीवन वैसे ही अधूरा हैं जैसे अग्नि के बिना एक दिया अधूरा होता हैं। यह एक बहुत अच्छी बात है की आप आध्यात्मिक उन्नति की और जागरूक है। इस लेख मैं मैने ऋषि-मुनियों के द्वारा कहे गए अनमोल वचन साझा
जानिए ईश्वर को कहाँ खोजा जाता है || Kya Atma Hi Ishwar Hai
साधकों! ईश्वर को तो हर कोई खोजने में लगा होता हैं कोई बड़ा मंच हो या आम रोजाना की बातचीत कभी न कभी आपके साथ भी ऐसा हुआ होंगा किसीने ईश्वर के बारे में बात की होंगी! लेकिन ईश्वर कोन है कहां रहता हैं यह
आत्म तत्व क्या हैं || परमतत्व
हम मानव और अन्य जीव जिस जगह जीवित रहते हैं इसे पृथ्वी लोग कहां गया हैं। इसी लोक में हम भौतिक शरीर प्राप्त करते हैं और एक समय पर इसे त्याग देते हैं। मानव शरीर पांच तत्वों से बना हैं जिन्हें हम पंचतत्व कहते हैं,
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Dhyan Kaise Kare | ध्यान करने का सबसे आसान तरीका | How To Meditate
साधकों! ध्यान वह अनमोल रत्न हैं जो भारत ने जगत को दिया हैं, ध्यान का महत्व वेदों, पुराणों और अन्य प्राचीन ग्रंथों में बताया गया हैं, साथ ही आधुनिक विज्ञान भी ध्यान को मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताता हैं। ध्यान करना क्यों आवश्यक
आत्म तत्व क्या हैं || परमतत्व
हम मानव और अन्य जीव जिस जगह जीवित रहते हैं इसे पृथ्वी लोग कहां गया हैं। इसी लोक में हम भौतिक शरीर प्राप्त करते हैं और एक समय पर इसे त्याग देते हैं। मानव शरीर पांच तत्वों से बना हैं जिन्हें हम पंचतत्व कहते हैं,
भगवद् गीता पढ़ने पर शिष्यों को लाभ | पढ़ने के नियम
श्रीमद् भगवद् गीता कैसे पढ़ें और पढ़ने के बेहतरीन फायदे इसमें तनिक भी संदेह नहीं किया जा सकता, श्रीमद् भगवद् गीता भक्ति, योग के विषय में प्राप्त समस्त ग्रंथों में उत्कृष्ट हैं। यह साक्षात भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकली वाणी हैं। भगवद् गीता
हनुमान चालीसा पाठ करने के लाभ | पाठ विधि
रामभक्त हनुमान अतुलनीय भक्ति और शक्ति के प्रतीक हैं। वह भगवान शिव के अंशअवतार कहे जाते हैं। त्रेतायुग में भगवान विष्णु के अवतार श्री राम धरती को क्रूर राक्षसों से मुक्त करने के लिएं धरती पर अवतरित हुएं। तब अपने आराध्य भगवान विष्णु के सेवा
समाधि क्या हैं – श्रीमद् भगवद्गीता के अनुसार
योग की सबसे उच्चतम अवस्था को समाधि कहां जाता हैं। जो योगी समाधि को प्राप्त होता हैं उसके समस्त कर्म परमात्मा में विलीन हो जाते हैं। वह एक जीव होने नाते बंधनों से मुक्त होता हैं और अनंत, अविनाशी परमात्मा में विलीन हो जाता हैं
सृष्टिकर्ता ब्रह्माजी की उत्पत्ति कैसे हुई थीं
ब्रह्मा जी त्रिदेवों में एक हैं। वह परमपिता के रूप में सृष्टि के रचनाकार हैं। इस ब्रह्मांड की रचना ब्रह्मा जी ने की हैं, पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी की उत्पत्ति हुई हैं जिसकर वह काल चक्र के अधीन हैं। ब्रह्मा जी की आयु सौ