ध्यान में उन्नति कैसे करें? – ध्यानयोग में उन्नति और सिद्धि की साधना

Read this article in English ध्यान में उन्नति कैसे करें? नियमित ध्यान का प्रामाणिक अभ्यास करने से व्यक्ति स्वयं को उस योग्य बनाता है की वह सांसारिक बंधनों से अपने आप मुक्त कर लेता है

क्या दुनिया को भगवान (परमात्मा) ने बनाया था?

अगर आप यह सोचते है की सृष्टि को बनाने वाले भगवान है तो आप सच्चाई से अनजान हो सकते हैं। जब हम सृष्टि को जानते है यानी मनुष्य पशु पक्षी जीव जंतु और ग्रह तारे।

बालकृष्ण और कालियनाग की कथा | भगवान कृष्ण की लीला

Krishna aur Kaliya naag ki katha

व्रज वासियों पर विषैला संकट… मधुर और नटखट लीलाओं के कारण भगवान कृष्ण लीला पुरषोत्तम भगवान कहें जाते है | जब द्वापरयुग में भगवान कृष्ण देवकी और वसुदेव के पुत्र रूप में प्रकट हुए तब

भगवान श्रीकृष्ण के इक्कीस मंत्र, महत्व और लाभ

Lord Krishna

योग साधना, मानसिक शांति और आध्यात्मिक विकास के लिए मंत्रों का जाप एक उपयुक्त तरीका माना जाता है | जाप का महत्व न केवल वेद और पुराणों में बताया गया है | श्रीमद भगवद्गीता में

Nirvana Shatakam Lyrics| निर्वाण षट्कम: आदि शंकराचार्य द्वारा शिव का वर्णन |

निर्वाण षट्कम

आदि शंकर आचार्य की रचना निर्वाण षट्कम शिव के वास्तविक स्वरूप का बहुत ही सुंदर तरीके से वर्णन करती है | निर्वाण षट्कम के बोल, अर्थ और जानकारी यहां उपलब्ध है… निर्वाण षट्कम के बोल

महा मृत्युंजय मंत्र – अर्थ, महत्व और जाप के अतुलनीय लाभ

  महा मृत्युंजय मंत्र महा मृत्युंजय मंत्र इस प्रकार है: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् | उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् || (AUM Tryambkan Yajamahe Sugandhin Pushtiverdham | Urvarukamive Bandhananmrityormukshiya Mamritat ||)   महा मृत्युंजय मंत्र का

नामजप का विज्ञान: भगवान नाम जाप से कीर्तन से क्या होता है 

mantra jaap se kya hota hai

नाम या मंत्र जप का विज्ञान | भगवान नाम जाप से कीर्तन से क्या होता है भगवान नाम जप या मंत्र जाप की शक्ति की पहचान केवल उन्हें है जिनकी बुद्धि इस दुनिया के झूठे

परमात्मा का दर्शन कैसे होता है | माया के परे परम् आत्म

parmatma kaun hai parmatma ka darshan

जिनके पुण्य उदय हो जाते है उन्हे परमात्मा के असीम स्वरूप का दर्शन होता है | लेकिन परमात्मा के ये स्वरूप है कैसा और इसके कैसे जाना जाता है इस लेख में जानिए | परमात्मा

माया का स्वरूप क्या है | त्रिगुणात्मिक माया

Maya ka svaroop

माया का स्वरूप क्या है माया भगवान कृष्ण की शक्ति है; भगवान कृष्ण परमात्मा है | भगवान श्री कृष्ण सत् चित् आनंद स्वरूप है और माया त्रिगुणात्मक है | जो संसार हम देखते है यह