हनुमान चालीसा पाठ करने के लाभ | पाठ विधि

hanuman chalisa padhne ke fayde

रामभक्त हनुमान अतुलनीय भक्ति और शक्ति के प्रतीक हैं। वह भगवान शिव के अंशअवतार कहे जाते हैं। त्रेतायुग में भगवान विष्णु के अवतार श्री राम धरती को क्रूर राक्षसों से मुक्त करने के लिएं धरती पर अवतरित हुएं। तब

समाधि क्या हैं – श्रीमद् भगवद्गीता के अनुसार

samadhi kya hai gita ke anusar

योग की सबसे उच्चतम अवस्था को समाधि कहां जाता हैं। जो योगी समाधि को प्राप्त होता हैं उसके समस्त कर्म परमात्मा में विलीन हो जाते हैं। वह एक जीव होने नाते बंधनों से मुक्त होता हैं और अनंत, अविनाशी

सृष्टिकर्ता ब्रह्माजी की उत्पत्ति कैसे हुई थीं

brahma hindu god painting

ब्रह्मा जी त्रिदेवों में एक हैं। वह परमपिता के रूप में सृष्टि के रचनाकार हैं। इस ब्रह्मांड की रचना ब्रह्मा जी ने की हैं, पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी की उत्पत्ति हुई हैं जिसकर वह काल चक्र के अधीन

माया क्या हैं | भगवान श्रीविष्णु और देवर्षि नारद की कथा

एक बार वैकुंठ में देवर्षि नारद को गर्व हुआ की वह माया के अधीन नहीं हैं । जैसे मनुष्य, जीव और अन्य भी इस माया को पार नहीं कर पाते और माया जाल में फस जाते हैं। गर्वित होते

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग स्थल और कथा

Bhagwan Shiv Ke 12 Jyotirling

Bhagwan Shiv Ke 12 Jyotirling पृथ्वी के जिन स्थानों पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुएं इन स्थलों को ज्योतिर्लिंग कहां जाता हैं। भारत में भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग यानी 12 ज्योतिर्लिंग स्थित हैं । ज्योतिर्लिंग का अर्थ है

कुंडलिनी शक्ति जागरण के नुकसान

कुंडलिनी जागरण की अवस्था क्या हैं? | जागरण के फायदें और नुकसान

कुंडलिनी योग गैरमामुली हैं । यह जीवन शक्ति, ऊर्जा, तेज से भरपूर हैं। अगर किसी साधक की एक बार कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं, तो अगले ही दिन में यह अविश्वसनीय बदलाव ला सकती हैं । इसके अपने

कुंडलिनी योग क्या हैं? || कुंडलिनी योग के लाभ

कुंडलिनी जागरण की अवस्था क्या हैं? | जागरण के फायदें और नुकसान

कुंडलिनी क्या हैं? कुंडलिनी योग हर किसी को दिलचस्प लगता हैं । इसका कारण वह सांप हैं ।  कहां जाता हैं की यह सांप मूलाधार चक्र से निकल कर स्वादिष्ठान चक्र, मणिपुर चक्र, अनाहत चक्र, विशुद्ध चक्र, और ज्ञान

कुंडलिनी जागरण की अवस्था क्या हैं? | उदाहरणों सहित जानिए

कुंडलिनी जागरण की अवस्था क्या हैं? | जागरण के फायदें और नुकसान

कुंडलिनी शक्ति जागरण अगर आप एक सामान्य मनुष्य जीव की तरह जीवन व्यतीत कर रहें हैं तो यह कहने में कोई संदेह नहीं की आप अंधकार में जीवन व्यतीत कर रहें हैं। यह जीवन रात्रि के समय अंधकार में

माया क्या हैं? | आध्यामिक, योग

माया क्या हैं? || दुनिया झूट हैं या मन?

हमारे धार्मिक ग्रंथों में ज्ञान की विस्तारित बातें लिखी हुई हैं। इनसे मनुष्य जीव आत्म के कल्याण के पथ को चुनने में जागरूक होता हैं । मोक्ष प्राप्त करना जीवात्मा का सर्वोत्तम कल्याण कहां गया हैं। लेकिन मोक्ष को

जीवात्मा किसे कहेंगे? और परमात्मा किसे कहेंगे?

ध्यान में गहरा उतरने से आत्मा का बोध होता हैं जिसे आत्मज्ञान केहेतें हैं । लेकिन आत्मा को इंद्रियों और बुद्धि से नहीं जाना जा सकता, अगर भौतिक संसार की दृष्टि से देखा जाएं तो आत्मा कुछ नहीं हैं।