आत्म-ज्ञान क्या है? – पवित्र आत्मा का साक्षात्कार (अनुभव)
आत्म-ज्ञान क्या है? साधकों! आत्म-ज्ञान क्या है? इसे हम इस प्रश्न में हुए शब्दों से ही समझ सकते हैं, जब आप ‘स्वयं’ की और इशारा
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आत्म-ज्ञान क्या है? साधकों! आत्म-ज्ञान क्या है? इसे हम इस प्रश्न में हुए शब्दों से ही समझ सकते हैं, जब आप ‘स्वयं’ की और इशारा
साधकों इस लेख में आप जीवात्मा, आत्मा और परमात्मा के बीच के अंतर को जानेंगे। गरूड़ पुराण, श्रीमद्भगवद्गीता इन धार्मिक ग्रंथों में हमें जीवात्मा आत्मा
श्रीमदभगवद्गीता में भगवानश्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच में संवाद है जहां भगवान अर्जुन से कहते है जब जब धर्म की हानि होती है और अधर्म
ज्यादातर पुरुष और स्त्रियां हस्तमैथून करते हैं हस्तमैथून करने से चरम-आनंद (Orgasm) मिलता हैं और इससे से सेक्स की इच्छा की पूर्ति होती है, हस्तमैथुन
युगों-युगों से ही लोगों में परमात्मा को जानने की जिज्ञासा चली आ रही हैं, हमारे धार्मिक ग्रंथों में वर्णित मिलता हैं की यह संसार एक
मंत्र की शक्ति का साक्षात्कार बिना मंत्र जप साधना के नहीं लगाया जा सकता, इस बात को मानना चाहिए की कुछ है जो हमारे समझ
साधकों इस लेख में भांग, गांजा का नशा कम करने के घरेलू नुस्खे दिए गए है, अगर किसी व्यक्ति ने भांग का सेवन किया हैं
साधकों भांग एक नशीला पदार्थ है जिसे खाने से व्यक्ति बिलकुल अपना सुध–बुध और होश खो बैठता है। भारत में अक्सर होली के समय कई
साधकों इस लेख में आपको आपके सत्य स्वरूप को पहचानने के बारे में जानकारी दी गई है। आत्मज्ञान यानी स्वयं का ज्ञान, चलिए जानते हैं
राधाकृष्ण निस्वार्थ प्रेम, भक्ति, आत्मसमर्पण, दिव्यता और निस्वार्थ आराधना के प्रतीक है ‘राधे राधे’ या ‘राधा राधा’ कृष्णभक्तों का प्रमुख मंत्र है, इस मंत्र का