तुलसी के पत्ते खाने के फायदे – औषधी उपयोग |
तुलसी को औषधीय गुणों की खान भी बोल सकते हैं । तुलसी के पौधे का आयुर्वेद और वेदों में भी महत्व मिलता हैं साथ ही
Vaishnava YOGA
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तुलसी को औषधीय गुणों की खान भी बोल सकते हैं । तुलसी के पौधे का आयुर्वेद और वेदों में भी महत्व मिलता हैं साथ ही
भौतिक शरीर नश्वर है, समय के साथ शरीर का विकास होता है और एक समय पर रोग, हानि या बुढ़ापे के कारण शरीर की मृत्यु
भगवान शिव जिनका न आदि है न अंत। उन्हें स्वयंभू भी कहां जाता हैं । शिव महापुराण और अन्य पुराणों के अनुसार भगवान शिव ने
इस लेख में समाधी क्या है? श्रीमद भागवत गीता में समाधी का वर्णन, और समाधि की अवस्था को कैसे पाया जा सकता है इन विषयों
आत्म-ज्ञान क्या है? साधकों! आत्म-ज्ञान क्या है? इसे हम इस प्रश्न में हुए शब्दों से ही समझ सकते हैं, जब आप ‘स्वयं’ की और इशारा
साधकों इस लेख में आप जीवात्मा, आत्मा और परमात्मा के बीच के अंतर को जानेंगे। गरूड़ पुराण, श्रीमद्भगवद्गीता इन धार्मिक ग्रंथों में हमें जीवात्मा आत्मा
श्रीमदभगवद्गीता में भगवानश्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच में संवाद है जहां भगवान अर्जुन से कहते है जब जब धर्म की हानि होती है और अधर्म
ज्यादातर पुरुष और स्त्रियां हस्तमैथून करते हैं हस्तमैथून करने से चरम-आनंद (Orgasm) मिलता हैं और इससे से सेक्स की इच्छा की पूर्ति होती है, हस्तमैथुन
युगों-युगों से ही लोगों में परमात्मा को जानने की जिज्ञासा चली आ रही हैं, हमारे धार्मिक ग्रंथों में वर्णित मिलता हैं की यह संसार एक
मंत्र की शक्ति का साक्षात्कार बिना मंत्र जप साधना के नहीं लगाया जा सकता, इस बात को मानना चाहिए की कुछ है जो हमारे समझ