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Dhyan kaise kare

Dhyan Kaise Kare | ध्यान करने का सबसे आसान तरीका | How To Meditate

साधकों! ध्यान वह अनमोल रत्न हैं जो भारत ने जगत को दिया हैं, ध्यान का महत्व वेदों, पुराणों और अन्य प्राचीन ग्रंथों में बताया गया हैं, साथ ही आधुनिक विज्ञान भी ध्यान को मानव जीवन … पूरा पढ़िए→

aatm tatv kya hai

आत्म तत्व क्या हैं || परमतत्व

हम मानव और अन्य जीव जिस जगह जीवित रहते हैं इसे पृथ्वी लोग कहां गया हैं। इसी लोक में हम भौतिक शरीर प्राप्त करते हैं और एक समय पर इसे त्याग देते हैं। विज्ञापन मानव … पूरा पढ़िए→

bhagavad gita padhne ke fayde

श्रीमद्भगवत गीता पढ़ने के जीवन को सार्थक करने वाले लाभ

श्रीमद्भगवत गीता कैसे पढ़ें और पढ़ने के लाभ इसमें तनिक भी संदेह नहीं किया जा सकता, श्रीमद्भगवत गीता भक्ति, योग के विषय में प्राप्त समस्त ग्रंथों में उत्कृष्ट हैं। यह साक्षात भगवान श्री कृष्ण के … पूरा पढ़िए→

hanuman chalisa padhne ke fayde

हनुमान चालीसा पाठ करने के लाभ | पाठ विधि

रामभक्त हनुमान अतुलनीय भक्ति और शक्ति के प्रतीक हैं। वह भगवान शिव के अंशअवतार कहे जाते हैं। त्रेतायुग में भगवान विष्णु के अवतार श्री राम धरती को क्रूर राक्षसों से मुक्त करने के लिएं धरती … पूरा पढ़िए→

samadhi kya hai gita ke anusar

समाधि क्या हैं – श्रीमद् भगवद्गीता के अनुसार

योग की सबसे उच्चतम अवस्था को समाधि कहां जाता हैं। जो योगी समाधि को प्राप्त होता हैं उसके समस्त कर्म परमात्मा में विलीन हो जाते हैं। वह एक जीव होने नाते बंधनों से मुक्त होता … पूरा पढ़िए→

brahma hindu god painting

सृष्टिकर्ता ब्रह्माजी की उत्पत्ति कैसे हुई थीं

ब्रह्मा जी त्रिदेवों में एक हैं। वह परमपिता के रूप में सृष्टि के रचनाकार हैं। इस ब्रह्मांड की रचना ब्रह्मा जी ने की हैं, पुराणों के अनुसार ब्रह्मा जी की उत्पत्ति हुई हैं जिसकर वह … पूरा पढ़िए→

माया क्या हैं | भगवान श्रीविष्णु और देवर्षि नारद की कथा

एक बार वैकुंठ में देवर्षि नारद को गर्व हुआ की वह माया के अधीन नहीं हैं । जैसे मनुष्य, जीव और अन्य भी इस माया को पार नहीं कर पाते और माया जाल में फस … पूरा पढ़िए→

Bhagwan Shiv Ke 12 Jyotirling

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग स्थल और कथा

Bhagwan Shiv Ke 12 Jyotirling पृथ्वी के जिन स्थानों पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुएं इन स्थलों को ज्योतिर्लिंग कहां जाता हैं। भारत में भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग यानी 12 ज्योतिर्लिंग स्थित हैं । … पूरा पढ़िए→

कुंडलिनी जागरण की अवस्था क्या हैं? | जागरण के फायदें और नुकसान

कुंडलिनी शक्ति जागरण के नुकसान

कुंडलिनी योग गैरमामुली हैं । यह जीवन शक्ति, ऊर्जा, तेज से भरपूर हैं। अगर किसी साधक की एक बार कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं, तो अगले ही दिन में यह अविश्वसनीय बदलाव ला सकती … पूरा पढ़िए→

कुंडलिनी जागरण की अवस्था क्या हैं? | जागरण के फायदें और नुकसान

कुंडलिनी योग क्या हैं? || कुंडलिनी योग के लाभ

कुंडलिनी क्या हैं? कुंडलिनी योग हर किसी को दिलचस्प लगता हैं । इसका कारण वह सांप हैं ।  कहां जाता हैं की यह सांप मूलाधार चक्र से निकल कर स्वादिष्ठान चक्र, मणिपुर चक्र, अनाहत चक्र, … पूरा पढ़िए→

हरे कृष्ण! जय श्री राधेश्याम!

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