Aham Brahmasmi अहम् ब्रह्मास्मि

अहम् ब्रह्मास्मि || महावाक्य का अर्थ और तात्पर्य हिन्दी में जानिए

  ‘अहम् ब्रह्मास्मि ‘ महावाक्य का तात्पर्य अहम् ब्रह्मास्मि  सनातन का महावाक्य है, यह अद्वैत वेदांत के चार महावाक्यों में से एक हैं, यह विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथों में से एक यजुर्वेद के बृहदारण्यक उपनिषद

क्या आप जीवन के सच्चे अर्थ की खोज में हैं? 

'PurityOfLifeYOGA' व्हाट्सएप चैनल आपके लिए एक आध्यात्मिक घर है। यहाँ आपको जीवन के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से विचार करने और आध्यात्मिक उन्नति में मदद मिलेगी।

X