Sanatan Dharma | सनातन धर्म का वास्तविक अर्थ
जहां अन्य समुदायों या पंथ मान्यताओं तक सीमित हो सकते हैं, परंतु सनातन धर्म की कोई सीमा नहीं हैं, यह आपको किसी मान्यता के अंदर बांध कर नहीं रखता लेकिन आपको वास्तविक स्वतंत्रता की और
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भक्ति योग
हनुमान चालीसा पाठ करने के लाभ | पाठ विधि
रामभक्त हनुमान अतुलनीय भक्ति और शक्ति के प्रतीक हैं। वह भगवान शिव के अंशअवतार कहे जाते हैं। त्रेतायुग में भगवान विष्णु के अवतार श्री राम धरती को क्रूर राक्षसों से मुक्त करने के लिएं धरती पर अवतरित हुएं। तब अपने आराध्य भगवान विष्णु के सेवा
समाधि क्या हैं – श्रीमद् भगवद्गीता के अनुसार
योग की सबसे उच्चतम अवस्था को समाधि कहां जाता हैं। जो योगी समाधि को प्राप्त होता हैं उसके समस्त कर्म परमात्मा में विलीन हो जाते हैं। वह एक जीव होने नाते बंधनों से मुक्त होता हैं और अनंत, अविनाशी परमात्मा में विलीन हो जाता हैं
ॐ नमो नारायणाय || मंत्र जाप कैसे करें , अद्भुत लाभ
ॐ नमो नारायणाय (ओम नमो नारायणाय) यह मंत्र भगवान श्रीविष्णु का शरणार्थी मंत्र हैं, इसे अष्टाक्षर मंत्र और नारायण मंत्र के स्वरूप में जाना जाता हैं । पुराणों उपनिषदों में इस मंत्र के महत्व दर्शाया गया हैं साथ ही ऐसी कई कथाएं है जो इस
आध्यात्मिक
कुंडलिनी शक्ति जागरण के नुकसान
कुंडलिनी योग गैरमामुली हैं । यह जीवन शक्ति, ऊर्जा, तेज से भरपूर हैं। अगर किसी साधक की एक बार कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं, तो अगले ही दिन में यह अविश्वसनीय बदलाव ला सकती हैं । इसके अपने कुछ फायदें भी हैं और कुछ
माया क्या हैं? | आध्यामिक, योग
हमारे धार्मिक ग्रंथों में ज्ञान की विस्तारित बातें लिखी हुई हैं। इनसे मनुष्य जीव आत्म के कल्याण के पथ को चुनने में जागरूक होता हैं । मोक्ष प्राप्त करना जीवात्मा का सर्वोत्तम कल्याण कहां गया हैं। लेकिन मोक्ष को प्राप्त होने से कई मनुष्य जीव
जीवात्मा किसे कहेंगे? और परमात्मा किसे कहेंगे?
ध्यान में गहरा उतरने से आत्मा का बोध होता हैं जिसे आत्मज्ञान केहेतें हैं । लेकिन आत्मा को इंद्रियों और बुद्धि से नहीं जाना जा सकता, अगर भौतिक संसार की दृष्टि से देखा जाएं तो आत्मा कुछ नहीं हैं। जब आत्मज्ञान प्राप्त होता हैं। मन
सभी
आत्मा रामा आनंद रमना | भजन के बोल | हिंदी अर्थ
आत्मा रामा आनंद रमना भजन के बोल आत्मा रामा आनंद रमना, आत्मा रामा आनंद रमना | अच्युत केशव हरि नारायण, अच्युत केशव हरि नारायण ||१|| भवभय हरणा वंदित चरणा, भवभय हरणा वंदित चरणा | रघुकुलभूषण राजीवलोचन रघुकुलभूषण राजीवलोचन ||२|| आत्मा रामा आनंद रमना, आत्मा रामा
जानिए ईश्वर को कहाँ खोजा जाता है || Kya Atma Hi Ishwar Hai
साधकों! ईश्वर को तो हर कोई खोजने में लगा होता हैं कोई बड़ा मंच हो या आम रोजाना की बातचीत कभी न कभी आपके साथ भी ऐसा हुआ होंगा किसीने ईश्वर के बारे में बात की होंगी! लेकिन ईश्वर कोन है कहां रहता हैं यह
राधाकृष्ण मधुर प्रेम मंत्र || अर्थ और अदभुत लाभ – Radha Krishna Mantra Lyrics
मंत्र के बोल || केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता, रूद्र रूपा रूद्र मूतिर्: रूद्राणी रूद्र देवता || || Keshavi Keshavaraadhyā Kishori Keshavastutā Rudra Roopā Rudra Murthihi Rudraani Rudra Devatā || मंत्र का अर्थ और तात्पर्य मंत्र का एक कहां जाता हैं: PurityoflivingYOGA 👉🏻 Follow “मैं राधा
भगवान् श्रीकृष्ण का हृदय में ध्यान कैसे होता हैं।
भगवान् श्रीकृष्ण का ध्यान करना दिव्य आनंद हैं । यह भक्त और भगवान् के दिव्य प्रेम संबध को दर्शाता हैं । अगर आप प्रभु को अपने हृदय में विराजमान कर ध्यान में लीन होते है, तो शीघ्र आध्यात्मिक उन्नति और ध्यान में सिद्धि समाधि
Dhyan Kaise Kare | ध्यान करने का सबसे आसान तरीका | How To Meditate
साधकों! ध्यान वह अनमोल रत्न हैं जो भारत ने जगत को दिया हैं, ध्यान का महत्व वेदों, पुराणों और अन्य प्राचीन ग्रंथों में बताया गया हैं, साथ ही आधुनिक विज्ञान भी ध्यान को मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताता हैं। ध्यान करना क्यों आवश्यक
आत्म तत्व क्या हैं || परमतत्व
हम मानव और अन्य जीव जिस जगह जीवित रहते हैं इसे पृथ्वी लोग कहां गया हैं। इसी लोक में हम भौतिक शरीर प्राप्त करते हैं और एक समय पर इसे त्याग देते हैं। मानव शरीर पांच तत्वों से बना हैं जिन्हें हम पंचतत्व कहते हैं,