माया क्या हैं | भगवान श्रीविष्णु और देवर्षि नारद की कथा
एक बार वैकुंठ में देवर्षि नारद को गर्व हुआ की वह माया के अधीन नहीं हैं । जैसे मनुष्य, जीव और अन्य भी इस माया को पार नहीं कर पाते और माया जाल में फस … पूरा पढ़िए→
एक बार वैकुंठ में देवर्षि नारद को गर्व हुआ की वह माया के अधीन नहीं हैं । जैसे मनुष्य, जीव और अन्य भी इस माया को पार नहीं कर पाते और माया जाल में फस … पूरा पढ़िए→
एक समय की बात है, एक गांव में भाई बहन रहते थे, बहन अपने भाई से बहुत प्रेम करती थी, बहन का रोज का नियम था वह अपने भाई का चेहरा देखने बाद ही भोजन … पूरा पढ़िए→
एक गांव में मनोहरदास नामक संत अपनी पत्नी वसुंधरा के साथ रहते थें। एक दिन संत मनोहरदास ने साहूकार से ब्याज पर सौ रूपये लिए और वे सौ रुपयों को साधू संतों पर खर्च कर … पूरा पढ़िए→