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जीवात्मा और आत्मा , स्वभाव के आयाम

आध्यात्म में आत्मा और जीवात्मा की परिभाषा आध्यात्म में जब हम आत्मा, जीवात्मा और परमात्मा की बात करते हैं, तो ये कोई बाहरी चीज़ें नहीं हैं, बल्कि हमारे अपने ही स्वभाव के अलग-अलग आयाम हैं।

कर्मयोग क्या है? – कर्म करते हुएं योग अभ्यास कैसे करें?

कर्मयोग – श्रीमद भागवत गीता   Advertisement नमस्कार साधकों! कर्मयोग क्या है? क्या केवल बिना फल की चिंता किए कर्म करने वाला व्यक्ति ही कर्मयोगी कहलाता है? क्या कर्मयोग के मार्ग पर चलकर मोक्ष की

आत्म-ज्ञान कैसे प्राप्त करें – आत्मा, अहंकार और परमात्मा की अनुभूति का रहस्य

जो चैतन्य के कारण मैं और आप इस दुनिया में आए हैं, वह परमात्मा है। परमात्मा हमारे भीतर और बाहर दोनों ही हैं, लेकिन हम उसे न देख सकते हैं और न ही जान सकते

परमात्मा का ध्यान कैसे करें? | परमात्मा का ध्यान में अनुभव

meditating paramatma

जीवन की सार्थकता है परमात्मा का ध्यान में साक्षात्कार जिससे व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त होता है। क्या आपने कभी सोचा है कि सर्वोच्च वास्तविकता को कैसे प्राप्त किया जा सकता है? अर्थात वह अवस्था जहाँ

Nirvana Shatakam Lyrics| निर्वाण षट्कम: आदि शंकराचार्य द्वारा शिव का वर्णन |

निर्वाण षट्कम

आदि शंकर आचार्य की रचना निर्वाण षट्कम शिव के वास्तविक स्वरूप का बहुत ही सुंदर तरीके से वर्णन करती है | निर्वाण षट्कम के बोल, अर्थ और जानकारी यहां उपलब्ध है… निर्वाण षट्कम के बोल

परमात्मा का दर्शन कैसे होता है | माया के परे परम् आत्म

parmatma kaun hai parmatma ka darshan

जिनके पुण्य उदय हो जाते है उन्हे परमात्मा के असीम स्वरूप का दर्शन होता है | लेकिन परमात्मा के ये स्वरूप है कैसा और इसके कैसे जाना जाता है इस लेख में जानिए | परमात्मा

माया का स्वरूप क्या है | त्रिगुणात्मिक माया

Maya ka svaroop

माया का स्वरूप क्या है माया भगवान कृष्ण की शक्ति है; भगवान कृष्ण परमात्मा है | भगवान श्री कृष्ण सत् चित् आनंद स्वरूप है और माया त्रिगुणात्मक है | जो संसार हम देखते है यह

ॐ कार मंत्र जाप ध्यान विधि | जाप के आध्यात्मिक और मानसिक लाभ

Om mantra meditation practice

  यहां से मुक्त होना ही हर मनुष्य का उद्धार है | परंतु जो इस दुनिया के मोहजाल में ही पड़े है और निरंतर व्याकुल है सुख दुख में चूर हो जाते है | चिंता

पुनर्जन्म का विज्ञान: पुनर्जन्म होता है? पुनर्जन्म कैसे होता है?

kya punarjanm hota hai

दर्शनों के अनुसार कहा जाता है की जीवों का अंतिम सत्य मृत्यु नही है मृत्यु के बाद भी जीव पुनः जन्म लेकर इस संसार में आते है | इसको पुनर्जन्म कहा जाता है कई दार्शनिकों